श्राध्द करना छोड़ दो इसमे काई बात नहीं, माता पिता चरण सेवा स्वर्ग ओर कहीं होता नहीं श्राध्द करना छोड़ दो इसमे काई बात नहीं, माता पिता चरण सेवा स्वर्ग ओर कह...
मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ! मझधार में खड़ी तेरी नाव को लिखूं या फिर अपनी ज़िंदगी के गुलज़ार को लिखूँ!
मीठे पानी से जो मुग्ध कर गया कुछ यूँ कि कितनी ही उम्र कि कितनी ही जिंदगियाँ बीतती गईं हम बदलते रहे द... मीठे पानी से जो मुग्ध कर गया कुछ यूँ कि कितनी ही उम्र कि कितनी ही जिंदगियाँ बीतत...
क्या पता कब तुम्हें और एक, आशियाने की जरूरत पड़ जाए ? क्या पता कब तुम्हें और एक, आशियाने की जरूरत पड़ जाए ?
अंजाम-ए-सफर-ए-इश्क़ कुछ इस तरह से हुआ ! अंजाम-ए-सफर-ए-इश्क़ कुछ इस तरह से हुआ !
तुम्हारे साथ बिताई हर मीठी बातो के साथ। तुम्हारे साथ बिताई हर मीठी बातो के साथ।